याद रखो बस ऐसे लम्हें जिनसे बढ़ जाए खुशियों का पैैैमाना। याद रखो बस ऐसे लम्हें जिनसे बढ़ जाए खुशियों का पैैैमाना।
कुछ बहते, कुछ रूके से कुछ रुआँसे, कुछ खोए हुए। कुछ बहते, कुछ रूके से कुछ रुआँसे, कुछ खोए हुए।
रिमझिम- रिमझिम आओ फुहारों , मीठे गीत सुनाओ फुहारों रिमझिम- रिमझिम आओ फुहारों , मीठे गीत सुनाओ फुहारों
अमूल कूल पीने से सबको होता है आनंद, अमूल कूल पीने से सबको होता है आनंद,
मीठे बोल औषधि समान होते हैं। मीठे बोल औषधि समान होते हैं।
रेशम के धागों से, कभी उलझे - उलझे, कभी सुलझे से। रेशम के धागों से, कभी उलझे - उलझे, कभी सुलझे से।